नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में मौसम इन दिनों सुहावना जरूर है, लेकिन बीते दिनों की भारी मानसूनी बारिश का असर अब साफ दिखाई दे रहा है। देशभर से आने वाले पर्यटक अब नैनीताल और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों का रुख करने से कतरा रहे हैं।
होटल, टैक्सी, रेस्टोरेंट और बाजार से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि पर्यटकों की संख्या में 60 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। जून–जुलाई का महीना आमतौर पर पर्यटन सीजन का पीक होता है, लेकिन इस बार होटल बुकिंग्स औसतन 30-45% तक ही सीमित रह गई हैं।
होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि वह उत्तराखंड के सुरक्षित पर्यटक स्थलों की ऑफिशियल जानकारी (बुलेटिन) देशभर में साझा करे ताकि डर की बजाय भरोसे का माहौल बने।
वहीं, टैक्सी ड्राइवरों, नाविकों और दुकानदारों का कहना है कि काम पूरी तरह से ठप है। दो दिन में एक भी ग्राहक न मिलना अब सामान्य बात बन गई है।
हालांकि जो पर्यटक इस समय नैनीताल में हैं, वो हल्की धूप और साफ मौसम का भरपूर आनंद ले रहे हैं, लेकिन पूरे पर्यटन कारोबार को फिर से पटरी पर लाने के लिए सरकार से सकारात्मक पहल की जरूरत जताई जा रही है।