
नैनीताल: नैनीताल शहर में बारिश के समय जलभराव की गंभीर समस्या और नालों की अवरुद्ध स्थिति को लेकर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। शहर के भीतर स्थित ब्रिटिश काल के 62 ऐतिहासिक नालों पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
इस सिलसिले में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नालों की मूल संरचना को बहाल करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, नगर पालिका और अर्थ एवं संख्या विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित की गई है।
यह टीम आधुनिक तकनीकों जैसे जीआईएस (GIS), जीपीएस (GPS), ड्रोन सर्वेक्षण और बंदोबस्ती नक्शों के माध्यम से इन सभी नालों का व्यापक सर्वे करेगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सर्वेक्षण कार्य को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण कर लिया जाए ताकि अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
प्रशासन का यह कदम न केवल जल निकासी की वर्षों पुरानी समस्या से निपटने की दिशा में एक ठोस प्रयास है, बल्कि नैनीताल की ऐतिहासिक संरचनाओं को पुनर्जीवित करने की दिशा में भी अहम माना जा रहा है। यदि यह कार्रवाई प्रभावी ढंग से पूरी होती है, तो इससे शहर को हर वर्ष बरसात में आने वाली जलभराव की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।