
नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल जिले से सटे गहलना गांव में पंचायत चुनाव से पहले जबरदस्त तनाव देखने को मिला है। बी.टी.सी. सदस्य पद के प्रत्याशी सुभाष ने आरोप लगाया है कि उनके प्रतिद्वंदी दीपक मेहरा और उनके करीब 20 से 25 समर्थकों ने मिलकर उन्हें बेरहमी से पीटकर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल सुभाष को उपचार के लिए देर रात नैनीताल के बी.डी. पांडे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
28 जुलाई को राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होना है। इससे ठीक पहले भीमताल ब्लॉक की गहना ग्रामसभा में यह घटना सामने आई, जिसने ग्रामीण राजनीति में उबाल ला दिया है। घायल सुभाष, जो कि 48 वर्ष के हैं, ने बताया कि वह मतदान दल को रिसीव करने के लिए गांव के मुख्य मार्ग तक अकेले गए थे। जब वह लौट रहे थे, उसी दौरान जंगल में लगभग 600 मीटर दूर उन्हें विपक्षी प्रत्याशी दीपक मेहरा, नीरज मेहरा और उनके साथियों ने घेर लिया और लात-घूंसे, पत्थरों से बुरी तरह से मारा।
सुभाष ने आरोप लगाया कि उनके साथ गाली-गलौज की गई और उनसे पूछा गया कि वह इस गांव से चुनाव लड़ने क्यों आ गए। हमला इतना हिंसक था कि उनकी आंख, सिर, छाती, पीठ और पैरों पर गंभीर चोटें आईं। देर रात जब सुभाष घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें फोन किया, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। अस्पताल में सुभाष को प्राथमिक उपचार दिया गया है और डॉक्टर उनकी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही पट्टी पटवारी भुवन जोशी अस्पताल पहुंचे और घायल सुभाष से बयान लिए। उन्होंने बताया कि जैसे ही पीड़ित की ओर से लिखित तहरीर प्राप्त होगी, वैधानिक कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सुभाष वर्ष 2008 से लगातार ग्राम प्रधान हैं और वर्तमान में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। वे विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी रह चुके हैं, जिससे यह मामला और भी गंभीर और राजनीतिक रूप से संवेदनशील माना जा रहा है।