
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर एक नई पहल की घोषणा की है। इस बार वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को महिलाओं को सौंपेंगे, ताकि वे अपने जीवन के संघर्षों, अनुभवों और उपलब्धियों को दुनिया के सामने साझा कर सकें। अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कदम महिलाओं की अदम्य शक्ति को सम्मान देने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है।
इस पहल में भाग लेने के लिए इच्छुक महिलाएं NaMo ऐप के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं। चयनित महिलाओं को X (ट्विटर), इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अपनी कहानी साझा करने का अवसर मिलेगा। यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री ने महिलाओं को इस तरह का मंच देने की कोशिश की है। 2020 में भी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स कुछ प्रमुख महिलाओं को सौंपे थे, जिससे उन्होंने अपने विचार और प्रेरणादायक जीवन यात्राएं साझा की थीं।
प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले नेताओं में से एक हैं, जिससे इस पहल को एक बड़ा डिजिटल मंच मिलेगा। इस पहल के जरिए महिलाएं अपने अनुभवों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकेंगी और समाज को प्रेरित कर सकेंगी। यह कदम महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मोटापे की बढ़ती समस्या पर जताई चिंता, लोगों से की खानपान में सुधार की अपील
अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में तेजी से बढ़ रही मोटापे की समस्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज देश में आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है और पिछले कुछ वर्षों में यह समस्या दोगुनी हो गई है। खासकर बच्चों में मोटापा चार गुना बढ़ गया है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन सकता है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने खानपान में सुधार करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की। उन्होंने खासतौर पर तेल के इस्तेमाल में 10% की कटौती करने का सुझाव दिया और कहा कि यदि हर व्यक्ति यह संकल्प ले और अपने आसपास के 10 अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करे, तो यह एक बड़ा आंदोलन बन सकता है।
अपने संदेश को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा सहित कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के ऑडियो संदेश भी साझा किए। इन संदेशों में लोगों को व्यायाम करने, संतुलित आहार लेने और अनुशासित जीवनशैली अपनाने की सलाह दी गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वस्थ भारत की नींव स्वस्थ नागरिकों पर टिकी होती है और हमें अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों का भी जिक्र किया और इसरो द्वारा हाल ही में किए गए 100वें रॉकेट लॉन्च को देश की वैज्ञानिक प्रगति का प्रतीक बताया। उन्होंने युवाओं से विज्ञान और अनुसंधान के प्रति रुचि बढ़ाने का आग्रह किया और 28 फरवरी को ‘नेशनल साइंस डे’ पर वैज्ञानिक सोच को अपनाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत में कई दुर्लभ जीव-जंतु पाए जाते हैं, जिनका संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने गुजरात के गिर जंगलों में एशियाई शेरों और कर्नाटक के बाघों के संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति हमेशा से प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील रही है और हमें इस परंपरा कोब नाए रखना चाहिए।