
पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ जिले में मंगलवार 15 जुलाई को एक भीषण सड़क हादसे ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया। थल-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग पर मुवानी के पास एक मैक्स वाहन सूनी पुल से खाई में जा गिरा। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
हादसे में जान गंवाने वालों में आठ साल की बच्ची सिमरन भी शामिल है। सिमरन अपनी मां पूजा मनौला के साथ हरेला पर्व मनाने के लिए अपने गांव बोकटा जा रही थी। सिमरन के पिता भारतीय सेना में तैनात हैं और एक दिन पहले ही छुट्टी पर घर लौटे थे। पूरा परिवार मिलकर त्योहार मनाने की तैयारी में था, लेकिन किसे पता था कि ये सफर सिमरन की जिंदगी का आखिरी सफर बन जाएगा। हादसे में सिमरन की मौत उसकी मां के सामने ही हो गई, जबकि पूजा खुद भी गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में जिंदगी से जूझ रही हैं।
इसी हादसे में बोकटा गांव के चंद्र सिंह की दो बेटियां विनीता (11वीं कक्षा) और तनुजा बिष्ट (9वीं कक्षा) भी स्कूल जाते वक्त इस दुर्घटना की शिकार हो गईं। दोनों बहनों की मौके पर ही मौत हो गई। चंद्र सिंह का परिवार इस सदमे से उबर नहीं पा रहा है। वे अपनी बेटियों को रोज़ 10 किलोमीटर दूर मुवानी स्थित राजकीय इंटर कॉलेज पढ़ने भेजते थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक सामान्य स्कूल का दिन ऐसा दर्द छोड़ जाएगा, जो जिंदगीभर नहीं मिटेगा।
यह हादसा मंगलवार शाम करीब चार बजे हुआ, जब मैक्स वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। प्रशासन ने रेस्क्यू कर सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुँचाया, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर गहरा शोक जताया है। पीएमओ के एक्स हैंडल से जारी संदेश में उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
पिथौरागढ़ का यह सड़क हादसा न सिर्फ कई मासूम ज़िंदगियाँ छीन ले गया, बल्कि दर्जनों परिवारों के त्योहारों को मातम में बदल गया। गांवों में अब सन्नाटा पसरा है और हर आंख नम है।