
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को उत्तरकाशी पहुंचे, जहां उन्होंने चारधाम शीतकालीन यात्रा का संदेश दिया। सबसे पहले उन्होंने मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में पूजा-अर्चना की, इसके बाद हर्षिल में एक जनसभा को संबोधित किया।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार को विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने का मंत्र दिया और लोगों से शीतकाल में उत्तराखंड आने की अपील की।
पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें:
- गढ़वाली भाषा में संबोधन की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, “म्यारा प्यारा भाई भेणी, मेरी सयवा सोंदी।”
- उन्होंने कहा कि मां गंगा ने उन्हें बुलाया है और ऐसा लगता है कि मां गंगा ने उन्हें गोद ले लिया है।
- सरकार को बारहमासी पर्यटन का विजन दिया, जिससे सालभर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
- उन्होंने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है, और प्रगति के नए रास्ते खुल रहे हैं।
- घाम तापो पर्यटन (सन बाथ टूरिज्म) को उत्तराखंड में एक नई पहचान देने की बात कही।
- माणा, जादूंग और टिम्मरसैंण जैसे इलाकों में तेजी से पर्यटन बढ़ रहा है, जिससे हर सीजन में उत्तराखंड का पर्यटन चरम पर रहेगा।
- प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए आदर्श स्थान बताया और लोगों से यहां आकर शादी करने की अपील की।
- उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग को प्रोत्साहित करने की बात कही।
- 50 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की घोषणा की।
- कॉरपोरेट कंपनियों से आग्रह किया कि वे अपनी ऑफिशियल मीटिंग्स के लिए उत्तराखंड को चुनें।
- विंटर योगा सेशन आयोजित करने की सलाह दी, जिससे योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले।
- सरकार से सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के लिए प्रतियोगिता आयोजित करने की अपील की, जिसमें वे उत्तराखंड के विंटर टूरिज्म पर शॉर्ट फिल्म बनाएं और सबसे बेहतरीन फिल्म को पुरस्कृत किया जाए।
प्रधानमंत्री मोदी के इस आह्वान से उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे यहां के स्थानीय व्यवसायों और पर्यटन स्थलों को नई पहचान मिलेगी।