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रामनगर में ज़मीन घोटाले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सेना से रिटायर्ड कर्नल बीएस लांबा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा नेता राजेश पाल और उसके साथी चंद्रशेखर मौर्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि इन दोनों ने मिलकर उनके एनआरआई रिश्तेदार की करोड़ों की ज़मीन पर फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए कब्जा कर लिया।
कर्नल लांबा ने बताया कि उनके रिश्तेदार बलबीर सिंह, जो विदेश में रहते हैं, उनकी रामनगर के पिरूमदारा इलाके में बेशकीमती ज़मीन है। लेकिन भाजपा नेता और उसका साथी बलबीर सिंह नाम के एक मजदूर को ज़बरन उनका वारिस बना कर, फर्जी कागज़ों के आधार पर ज़मीन की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूर बलबीर सिंह के पिता का नाम भी कागज़ों में बदल दिया गया — केसरी सिंह को चनन सिंह दिखाकर पूरे दस्तावेज़ फर्जी तरीके से तैयार किए गए।
रिटायर्ड कर्नल का कहना है कि यह पूरी साजिश योजनाबद्ध थी, ताकि उनके विदेश में रह रहे रिश्तेदार की गैरहाज़िरी में ज़मीन पर कब्जा जमाया जा सके। इस मामले में उन्होंने एसडीएम को शिकायत दी, और तहसील स्तर पर जांच शुरू हो गई है। प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आ चुकी है कि दस्तावेज़ों में हेराफेरी हुई है।
SDM ने क्या कहा?
रामनगर के एसडीएम राहुल शाह ने साफ तौर पर कहा है कि ज़मीन से जुड़े किसी भी फर्जीवाड़े को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे आरोपी कितना भी रसूखदार क्यों न हो।
आरोपों पर BJP नेता की सफाई
वहीं भाजपा नेता राजेश पाल ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए खुद को निर्दोष बताया है। उन्होंने दावा किया कि उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और ये सब उनकी राजनीतिक छवि खराब करने की साजिश है। उन्होंने कहा, मैं संघ से जुड़ा रहा हूं, और वर्तमान में भाजपा युवा मोर्चा में कार्यरत हूं। ये सब झूठ है। अगर मेरे खिलाफ कोई सबूत हैं तो कोर्ट जाएं।