
रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ हाईवे पर एक दर्दनाक हादसे में श्रद्धालुओं से भरी बस गुरुवार को रुद्रप्रयाग जिले के घोलतीर के पास अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में समा गई। बस में 20 लोग सवार थे, जिनमें से 18 एक ही परिवार से ताल्लुक रखते थे। वे कीर्तन-भजन करते हुए बदरीनाथ धाम की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन किसी को यह आभास नहीं था कि अगले ही क्षण सब कुछ बदल जाएगा।
हादसे से पहले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें श्रद्धालु तालियां बजाते और भजन गाते दिख रहे हैं। लेकिन कुछ ही देर बाद वो बस गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा में समा गई। हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, आठ लोग घायल हैं और आठ श्रद्धालु अब भी लापता हैं।
शुक्रवार को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, फायर सर्विस और पुलिस की टीमें सुबह से घटनास्थल पर डटी रहीं। रतूड़ा के पास एक शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान संजय सोनी (55 वर्ष), निवासी उदयपुर, राजस्थान के रूप में हुई है। शेष लापता लोगों की तलाश तेज बहाव और नदी के बढ़े जलस्तर के बीच जारी है।
घायलों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। मासूम पार्थ को उसके चाचा के साथ राजगढ़ स्थित घर भेज दिया गया। घायलों में भव्य, भावना, अमिता और पार्थ की हालत अब स्थिर है। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें घर भेजने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की।
घायल अमिता सोनी के बेटे मृणाल सोनी ने बताया कि परिवार के कई सदस्य अब भी लापता हैं और वे रेस्क्यू टीमों के साथ खुद भी लगातार खोजबीन में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अलकनंदा का तेज बहाव और मटमैला पानी तलाशी अभियान को बेहद कठिन बना रहा है।