जिला कार्यक्रम अधिकारी की सक्रियता से जखोली ब्लॉक के घंघासू-बांगर क्षेत्र में होने वाली चार नाबालिग लड़कियों की शादी को रोका गया। अधिकारियों ने परिजनों को सख्त चेतावनी दी और अब इन गांवों की साप्ताहिक निगरानी करने का निर्णय लिया गया है।
शुक्रवार सुबह चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचना मिली कि 2 फरवरी को घंघासू-बांगर के कुछ गांवों में चार नाबालिग लड़कियों की शादी कराई जा रही है। इनमें से तीन लड़कियों की उम्र 15, 16 और 17 वर्ष थी। जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में जांच शुरू की गई।
अधिकारियों ने संबंधित शिक्षाधिकारियों से संपर्क कर बालिकाओं के विद्यालयों से उनकी उम्र की पुष्टि की। इसके बाद राजस्व उप निरीक्षक गणेश लाल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की जिला समन्वयक दीपिका कांडपाल, बाल संरक्षण अधिकारी रोशनी रावत और सुपरवाइजर सुरेंद्र को गांव भेजा गया।
टीम ने दोपहर को गांव पहुंचकर संबंधित अभिभावकों से संपर्क किया और उन्हें नाबालिग बेटियों की शादी रोकने के लिए समझाया। इस दौरान एक अभिभावक ने आत्महत्या की धमकी दी, जिस पर प्रशासन ने उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके बाद सभी परिजन अपनी बेटियों की शादी रोकने को तैयार हो गए।
अब प्रशासन ने फैसला लिया है कि हर हफ्ते इन गांवों की निगरानी की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।