रामनगर (नैनीताल) – केंद्र सरकार की बहुप्रचारित जल जीवन मिशन योजना को लेकर रामनगर क्षेत्र के ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। मंगलवार को लुटाबड़, करनपुर सहित कई गांवों के दर्जनों ग्रामीणों ने जल संस्थान कार्यालय का घेराव किया और अधिशासी अभियंता को घेरकर अपनी समस्याएं रखीं।
ग्रामीणों का आरोप है कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल तो लगाए गए हैं, लेकिन इन नलों में आज तक पानी की एक बूंद भी नहीं आई है। वहीं, टैंकरों के माध्यम से भी नियमित आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे पेयजल के साथ-साथ पशुओं के लिए भी पानी जुटाना मुश्किल हो गया है।
मवेशियों को बेचने पर मजबूर ग्रामीण
कई ग्रामीणों ने बताया कि पानी की गंभीर किल्लत के चलते उन्हें अपने पालतू मवेशी तक बेचने पड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि जल संस्थान के अधिकारी बार-बार शिकायत करने पर भी सुनवाई नहीं कर रहे। निराश ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
जल संस्थान, रामनगर के अधिशासी अभियंता मनोज गंगवार ने ग्रामीणों की शिकायतों को जायज माना और बताया कि जल जीवन मिशन का कार्य अंतिम चरण में है। कुछ गांवों में पाइपलाइन की कनेक्टिविटी का कार्य बचा है, जिसकी सर्वे रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। ग्राम प्रधानों द्वारा यह आश्वासन दिया गया है कि दो-तीन दिन में पाइपलाइन जोड़ने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ स्थानों पर पुराने ट्यूबवेल में प्रेशर की समस्या है, जिसे जल्द दुरुस्त किया जा रहा है। साथ ही, नए पंप हाउस का निर्माण भी प्रगति पर है। गर्मी के मौसम में टैंकरों के जरिए आपूर्ति की जा रही है, और इरिगेशन ट्यूबवेल से पानी जोड़ने के लिए एनओसी प्रक्रिया भी चल रही है।