
रामनगर: धर्म की आस्था देश की सीमाओं से परे होती है, इसे साबित कर रही हैं रूस से आई एक महिला साध्वी। नवरात्र के अवसर पर गिरिजा देवी मंदिर में नौ दिन की खंडेश्वरी तपस्या के लिए साध्वी साधना में लीन रहना चाहती हैं। हालांकि, बिना अनुमति खुले में साधना करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
मंदिर समिति ने एसडीएम को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दी है। समिति के अध्यक्ष कुबेर सिंह अधिकारी ने बताया कि विदेशी महिला खुले में अखंड धूनी पर निराहार साधना करना चाहती हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें अनुमति नहीं दी जा सकती। इस मुद्दे पर मंदिर समिति और साधुओं के बीच विवाद की स्थिति बन गई।
मंदिर परिसर में साध्वी के साथ दो भारतीय साधु भी मौजूद हैं—एक हिमाचल प्रदेश से और दूसरा पंजाब से। मौके पर पहुंची पुलिस और खुफिया विभाग की टीम ने साध्वी का पासपोर्ट और ई-वीजा चेक किया, जो अभी कुछ महीनों तक वैध है। हालांकि, साध्वी मौन व्रत में हैं, इसलिए उनसे बात नहीं हो सकी।
मंदिर समिति का कहना है कि विदेशी महिला को बिना अनुमति खुले में साधना की इजाजत नहीं दी जा सकती। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।