
नैनीताल: कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने मंगलवार को नैनीताल नगर पालिका क्षेत्र का निरीक्षण किया और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने तल्लीताल पहुंचकर नैनीझील के जलस्तर की जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों से ली। बताया गया कि इस साल बारिश कम होने से जलस्तर प्रभावित हुआ है। इस पर आयुक्त ने एनआईएच एजेंसी से रिपोर्ट तैयार करवाने और वैज्ञानिक तरीके से जांच कराने के निर्देश दिए, ताकि अप्रैल में ड्रेजिंग कार्य किया जा सके। उन्होंने झील में गिरने वाले छह जल स्रोतों की सफाई और अन्य सुधार कार्यों के लिए प्रस्ताव तैयार करने के भी आदेश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने तल्लीताल से मल्लीताल, नैनादेवी, पाषाण देवी और फांसी गधेरा तक पैदल भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने सड़कों के किनारे पड़ी निर्माण सामग्री को पंद्रह दिन के भीतर हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर की सुंदरता बनाए रखने के लिए अनियंत्रित साइन बोर्डों को हटाने के आदेश भी दिए। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और इसे अभियान के रूप में चलाने को कहा।
मॉल रोड पर हो रहे धंसाव को लेकर भी आयुक्त ने निरीक्षण किया। लोनिवि अधिकारियों ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए 3.49 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है और कार्य प्रगति पर है। आयुक्त ने इसे पर्यटन सीजन से पहले पूरा करने को कहा। इसके अलावा नैना देवी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए जारी 11.01 करोड़ रुपये की योजना की समीक्षा की गई, जिसके तहत नई दुकानें भी बनाई गई हैं। उन्होंने इन दुकानों को जल्द से जल्द हस्तांतरित करने के निर्देश दिए।
ठंडी सड़क क्षेत्र का दौरा करते हुए आयुक्त ने सिंचाई विभाग द्वारा पाषाण देवी मंदिर के पास 9 करोड़ रुपये की लागत से किए जा रहे पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य का निरीक्षण किया और इसे जल्द पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने नगर पालिका को ठंडी सड़क क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था सुधारने और पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए व्यू प्वाइंट के रखरखाव को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। पुलिस को इस क्षेत्र में नियमित गश्त बढ़ाने के भी आदेश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग संजय शुक्ला, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता लोनिवि मनोहर सिंह धर्मशक्तू, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।