
हल्द्वानी (गौलापार) – हल्द्वानी में मासूम अमित मौर्या हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि इस जघन्य हत्या का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि मृतक का पड़ोसी निखिल जोशी (38) है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने अमित का सिर और हाथ बरामद कर लिए हैं।
बीते सप्ताह गौलापार इलाके में 10 वर्षीय अमित मौर्या खेलते-खेलते अचानक लापता हो गया था। अगले दिन उसके घर के पास एक खेत में पड़े बोरे से उसका धड़ बरामद हुआ, लेकिन सिर और एक हाथ गायब थे। इस भयावह वारदात से पूरे इलाके में गुस्सा और दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने लगातार पुलिस पर दबाव बनाया और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी मीणा ने एक विशेष खुफिया टीम का गठन किया। टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, डॉग स्क्वॉड, ड्रोन, एफएसएल और मनोवैज्ञानिक डॉ. युवराज पंत की सहायता ली। जांच के दौरान आरोपी बार-बार तांत्रिक क्रियाओं की कहानी सुनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा।
9 अगस्त को निखिल जोशी को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई। घंटों चली पूछताछ के बाद उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली और शव के बाकी हिस्सों का ठिकाना बताया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने रात में ही गौशाला के पास से सिर, एक कटा हाथ और चप्पल बरामद की।
एसएसपी के अनुसार, आरोपी अशिक्षित था लेकिन बेहद शातिर दिमाग का था। उसने घिनौनी मंशा से अमित को बहला-फुसलाकर अपने पास बुलाया और विरोध करने पर गला दबाकर हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए सिर और हाथ अलग कर शव को बाड़े में दफना दिया।
इस मामले की सफलता पर आईजी कुमाऊं ने पुलिस टीम को ₹5000 और एसएसपी नैनीताल ने ₹2500 का नकद इनाम देने की घोषणा की। आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।