
उत्तराखंड में फ्री राशन लेने वालों के लिए मई महीना मुश्किल भरा हो सकता है। देहरादून समेत कई जगहों पर लोगों को गेहूं, चावल और चीनी जैसी जरूरी चीजें समय पर नहीं मिल सकतीं। वजह है कि ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन ने साफ कह दिया है कि वो इस बार गोदाम से राशन नहीं उठाएंगे। सोमवार को ट्रांसपोर्टनगर गोदाम में इसका असर भी दिखा। यहां कोई भी डीलर राशन लेने नहीं पहुंचा, जबकि हर महीने की 23 तारीख से राशन उठाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
डीलरों का कहना है कि उन्होंने 18 अप्रैल को खाद्य आयुक्त से मुलाकात की थी और कई पुरानी मांगों को दोहराया था। उन्हें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का भुगतान अब तक नहीं मिला है। इसके अलावा, गोदामों में तौल की व्यवस्था नहीं है, धर्मकांटा भी नहीं लगा हुआ है, जिससे उन्हें रोज़ाना दिक्कत होती है।
फेडरेशन ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वो मई का राशन नहीं उठाएंगे। मंगलवार से ट्रांसपोर्टनगर गोदाम में डीलर धरना भी देंगे। उधर, विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि बातचीत चल रही है और हल निकालने की कोशिश हो रही है। वो दावा कर रहे हैं कि उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
देहरादून को छोड़कर बाकी जिलों में फिलहाल इस फैसले का असर नहीं दिख रहा है। कुछ जिलों में राशन उठाया जा चुका है और कुछ में तैयारी चल रही है। अल्मोड़ा में भी सस्ता गल्ला विक्रेताओं की बैठक होने वाली है, जिसके बाद आगे की रणनीति तय होगी।
डीलरों ने नई पीओएस मशीनों का भी विरोध किया है। उनका कहना है कि बिना ट्रेनिंग के मशीनें पकड़ाई गई हैं, जिससे काम करने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक प्रशिक्षण नहीं दिया जाएगा, मशीनों से काम नहीं किया जाएगा।