प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान संगम नोज घाट पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में 31 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल और मेडिकल टीम तैनात कर दी है।
अफवाह से मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्नान के दौरान कुछ श्रद्धालुओं के बेहोश होकर गिरने की सूचना फैली, जिससे अफरातफरी मच गई। श्रद्धालु घबराकर इधर-उधर भागने लगे, जिससे कई लोग भीड़ में कुचल गए। मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन तब तक कई श्रद्धालु घायल हो चुके थे।
हादसे के बाद हड़कंप, अस्पतालों में भर्ती घायलों का इलाज जारी
घायलों को तत्काल केंद्रीय महाकुंभ अस्पताल और अन्य नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 40 से अधिक एंबुलेंस मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल ले जा रही हैं। मृतकों की संख्या को लेकर अभी प्रशासन की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन एसआरएन अस्पताल की मोर्चरी में 31 शव लाए जाने की खबर है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन सख्त
भगदड़ के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मौके पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है और संगम नोज घाट की ओर जाने वाले रास्तों को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है। एनाउंसमेंट के जरिए श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांतिपूर्वक स्नान करें।
सीएम योगी की अपील – अफवाहों से बचें, प्रशासन का सहयोग करें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धालुओं से संगम नोज घाट पर अनावश्यक भीड़ न करने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा,
अखाड़ों ने जताया विरोध, अमृत स्नान के बहिष्कार की चेतावनी
घटना से आक्रोशित अखाड़ों और संत समाज ने प्रशासन पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए अमृत स्नान के बहिष्कार की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के उचित उपाय नहीं किए तो आने वाले महत्वपूर्ण स्नानों में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, अब तक 15 करोड़ से अधिक ने लगाई डुबकी
महाकुंभ 2025 में अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या पर यह संख्या और बढ़ने की संभावना है। प्रशासन ने अन्य स्नान घाटों की ओर श्रद्धालुओं को भेजने के लिए नई यातायात और सुरक्षा व्यवस्था लागू की है, ताकि किसी भी अनहोनी को टाला जा सके।
प्रशासन की अपील – सुरक्षा के लिए इन निर्देशों का पालन करें
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
प्रशासन द्वारा निर्धारित स्नान घाटों का उपयोग करें।
किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और अफरातफरी न मचाएं।
यदि कोई समस्या हो तो निकटतम सुरक्षाकर्मी या प्रशासनिक अधिकारी से संपर्क करें।