
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पूरी तरह बिगड़ चुका है। पहाड़ी इलाकों में तेज बौछारों, ओलावृष्टि और भूस्खलन की घटनाएं जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। हालात ऐसे हैं कि कुछ इलाकों में बिजली गिरने से जानमाल का भी नुकसान हुआ है। एक किसान की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
मैदानी इलाकों में भी बादल और हल्की बारिश की आंख-मिचौली ने लोगों को राहत तो दी, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि शुक्रवार को पूरे राज्य में तेज आंधी, बिजली गिरने, ओलावृष्टि और भारी बारिश की संभावना है।
राज्य आपदा प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बेवजह यात्रा से बचें और मौसम अपडेट्स पर नज़र बनाए रखें। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों को अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है, क्योंकि भूस्खलन और सड़क अवरोध की स्थिति किसी भी वक्त सामने आ सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार,
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में ओले गिरने के साथ-साथ करीब 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।