
मेष: चंद्रमा के ग्यारहवें भाव में होने से सामाजिक संपर्कों और मित्रमंडली से लाभ की संभावना है। दांपत्य और प्रेम जीवन संतुलित रहेगा। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
वृषभ: चंद्रमा के दशम भाव में स्थित होने से कार्यक्षेत्र में सफलता और पदोन्नति का संकेत है। वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। वैवाहिक जीवन में सौहार्द्र की वृद्धि होगी।
मिथुन: नवम भाव में चंद्रमा की स्थिति कुछ मानसिक अवसाद और कार्यक्षेत्र में अनिश्चितता को जन्म दे सकती है। वरिष्ठों से मतभेद, संतान पक्ष की चिंता और स्वास्थ्य में गिरावट संभव है।
कर्क: अष्टम भाव में चंद्रमा का गोचर विपरीत परिस्थितियों और मानसिक तनाव की ओर संकेत करता है। स्वास्थ्य समस्याएं एवं पारिवारिक विवाद संभव हैं। आर्थिक लेन-देन में सावधानी अपेक्षित है।
सिंह: सप्तम भाव में चंद्रमा की स्थिति वैवाहिक जीवन में असंतुलन और व्यावसायिक संबंधों में मतभेद की ओर संकेत करती है। सार्वजनिक जीवन में अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाएगी।
कन्या: छठे भाव में चंद्रमा की स्थिति रोगों पर नियंत्रण, प्रतिस्पर्धा में विजय और कार्यस्थल पर उन्नति की संभावना को दर्शाती है। स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति अनुकूल रह सकती है।
तुला: पंचम भाव में चंद्रमा का गोचर सृजनात्मक ऊर्जा, संतान की प्रगति और बौद्धिक गतिविधियों में सफलता की ओर इंगित करता है। हालांकि, मानसिक चिंता और तर्क-वितर्क से बचने की सलाह दी जाती है।
वृश्चिक: चतुर्थ भाव में चंद्रमा की स्थिति पारिवारिक और मानसिक असंतुलन की स्थिति उत्पन्न कर सकती है। स्थायी संपत्ति से जुड़े मामलों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
धनु: तृतीय भाव में चंद्रमा के गोचर से आत्मबल में वृद्धि, सामाजिक प्रतिष्ठा और छोटे प्रवास के योग बनते हैं। मान-सम्मान की प्राप्ति और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन संभव है।
मकर: द्वितीय भाव में चंद्रमा का प्रभाव वाणी और पारिवारिक रिश्तों पर नियंत्रण की आवश्यकता दर्शाता है। कार्यक्षेत्र में स्थिरता हेतु धैर्य आवश्यक है। आर्थिक निवेश सोच-समझकर करना लाभदायक रहेगा।
कुंभ: चंद्रमा का आपकी ही राशि में स्थित होना मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि का संकेत देता है। पारिवारिक और प्रेम संबंधों में सामंजस्य बना रहेगा। आत्मनिरीक्षण और आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा।
मीन: बारहवें भाव में चंद्रमा की स्थिति आर्थिक हानि, स्वास्थ्य समस्याएं और मानसिक व्याकुलता की ओर संकेत करती है। महत्वपूर्ण निर्णयों में विलंब करना बेहतर रहेगा।