
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय में अधिवक्ता सुभाष उपाध्याय ने आज न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। मुख्य न्यायाधीश जे. नरेंद्र तथा न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल कहकशा खान ने राष्ट्रपति द्वारा स्वीकृत नियुक्ति पत्र को पढ़कर सुनाया और मुख्य न्यायाधीश से अनुमोदन प्राप्त किया। इसके बाद न्यायालय की कार्यवाही औपचारिक रूप से स्थगित की गई।
न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय के शपथ ग्रहण समारोह में उनके पारिवारिक सदस्य – पत्नी उमा उपाध्याय, पुत्र चेतन व भरत उपाध्याय – समेत अन्य परिजन भी उपस्थित रहे। अधिवक्ता पक्ष की ओर से महाधिवक्ता एस.एन. बाबुलकर, मुख्य स्थायी अधिवक्ता चंद्रशेखर सिंह रावत, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष डी.एस. मेहता, बार काउंसिल अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह पाल सहित वरिष्ठ अधिवक्ता व अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
इस नियुक्ति के साथ ही उत्तराखंड उच्च न्यायालय में कार्यरत न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। वर्तमान में उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश जे. नरेंद्र के अतिरिक्त न्यायमूर्ति मंनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा, न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित, न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा, न्यायमूर्ति आशीष नैथानी, न्यायमूर्ति आलोक मेहरा और अब न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय कार्यरत हैं। न्यायालय में कुल स्वीकृत पद 11 हैं, जिनमें से एक पद अभी रिक्त है।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने एक और न्यायाधीश की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे न्यायालय में लंबित मामलों की संख्या में कमी आने की उम्मीद है।