
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में एनसीसी की अत्याधुनिक फायरिंग रेंज की शुरुआत की गई है। यह फायरिंग रेंज आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है और एनसीसी कैडेट्स को उच्च स्तरीय निशानेबाजी प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इस पहल से न केवल राज्य के कैडेट्स को अपने कौशल को तराशने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की दिशा में भी मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
फायरिंग रेंज का विधिवत उद्घाटन उत्तराखंड एनसीसी निदेशालय के उप निदेशक ब्रिगेडियर संजय चौहान ने किया। कार्यक्रम में नैनीताल एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल रोहिताश्व शर्मा, डीएसबी परिसर के प्राचार्य प्रो. पीसी पांडे, एनसीसी अधिकारी कैप्टन अमित आर्य सहित अन्य अधिकारी एवं विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
इस रेंज में 10 मीटर एयर राइफल प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक एयर राइफल्स और इलेक्ट्रॉनिक टारगेट सिस्टम की व्यवस्था की गई है। यह तकनीक कैडेट्स को सटीक निशाने और त्वरित प्रतिक्रिया विकसित करने में सहायक होगी। फायरिंग रेंज को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि पूरे वर्ष भर अभ्यास किया जा सके, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों के छात्रों को बाहर जाकर प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
कमोडोर बीआर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह रेंज सिर्फ प्रशिक्षण का केंद्र नहीं है, बल्कि युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास और लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता को भी सशक्त करने का माध्यम बनेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं में भरपूर क्षमता है और उचित संसाधनों व दिशा निर्देशन के साथ वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान कैडेट्स ने फायरिंग का प्रदर्शन भी किया और नई तकनीक से युक्त इस रेंज में अभ्यास करने पर उत्साह व्यक्त किया। भविष्य में इस रेंज में और सुविधाएं जोड़ने की योजना है, जिससे एनसीसी प्रशिक्षण को और अधिक सशक्त बनाया जा सके। यह पहल राज्य में खेल और अनुशासित जीवन को प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है