
देहरादून/उत्तराखंड: प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। खासकर पर्वतीय इलाकों में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। रविवार को हेमकुंड साहिब सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई, जबकि केदारनाथ धाम और आसपास के क्षेत्रों में झमाझम बारिश से ठंडक बढ़ गई है। दूसरी ओर, मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा, हालांकि रात के समय हल्की बूंदाबांदी से उमस में इजाफा हुआ।
पर्वतीय इलाकों में छाए बादल, भारी बारिश का अलर्ट
रविवार को पहाड़ों में दिनभर बादलों की आवाजाही बनी रही। हेमकुंड साहिब में शाम को हिमपात हुआ और निचले इलाकों में रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। केदारनाथ में हुई बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। चारधाम क्षेत्र में भी मौसम का असर दिखाई दिया, जहां हल्की वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि सोमवार को प्रदेश के कई पर्वतीय और मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
मैदानी क्षेत्रों में धूप, लेकिन रात में उमस
देहरादून और आसपास के मैदानी क्षेत्रों में रविवार को दिनभर तेज धूप रही। कहीं-कहीं बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। तापमान में करीब 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि देर शाम हल्की बूंदाबांदी ने थोड़ी राहत दी, लेकिन इससे उमस और बढ़ गई।
प्री-मॉनसून ने दी दस्तक, 10 जून तक पहुंच सकता है मॉनसून
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में इस समय प्री-मॉनसून की गतिविधियां सक्रिय हैं। आगामी चार दिनों तक इसी तरह के मौसम की संभावना बनी हुई है। विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 जून तक राज्य में मॉनसून प्रवेश कर सकता है, जिससे गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो सकती है।
सावधानी बरतें
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे तेज हवाओं और संभावित आकाशीय बिजली को लेकर सतर्क रहें। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।