
देशभर में मौसम ने अचानक करवट ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में ठंड बढ़ने के साथ ही बारिश और बर्फबारी की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ और पछुआ हवाओं के प्रभाव से कई इलाकों में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का दौर जारी IMD के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश में 15 से 20 फरवरी तक भारी बारिश की संभावना है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम में अगले एक सप्ताह तक रुक-रुककर बारिश जारी रहेगी। बीते 24 घंटों में असम में कई इलाकों में ओलावृष्टि दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई है।
उत्तर भारत में बर्फबारी और बारिश का अलर्ट पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में 17 फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 20 फरवरी तक भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है। इन राज्यों में स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्राओं से बचने की सलाह दी है।
मैदानी इलाकों में बारिश के संकेत उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी मौसम बदलने लगा है। राजस्थान में 18 से 20 फरवरी तक बारिश हो सकती है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सर्दी का असर बढ़ गया है।
तापमान में गिरावट दर्ज बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में तापमान 2 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में भी पारा 1-2 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है। हालांकि, मध्य और पूर्वी भारत में तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। पश्चिमी हिमालय और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक दर्ज किया गया है।
सावधानी और सतर्कता की जरूरत मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि आने वाले दिनों में विशेष सतर्कता बरतें। ठंड, बारिश और बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें