
उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम के नौकैंची क्षेत्र में 23 जून को हुए भीषण भूस्खलन में दबे दो श्रद्धालुओं की तलाश तीसरे दिन भी जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और वन विभाग की टीमें स्निफर डॉग्स और ड्रोन की मदद से लापता किशोरी (नई दिल्ली) और युवक (महाराष्ट्र) की खोज में जुटी हैं।
घटना में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि एक घायल का इलाज चल रहा है। दोनों मृतक उत्तर प्रदेश के निवासी थे।रेस्क्यू कार्य के बीच आज सुबह यमुनोत्री धाम की यात्रा पुनः प्रारंभ कर दी गई। जानकीचट्टी से यात्रियों को वैकल्पिक भंडेलीगाड़ मार्ग से भेजा जा रहा है। हर 15–20 मिनट में करीब 100 यात्रियों को धाम भेजा जा रहा है। जानकीचट्टी, दुबाटा और बड़कोट में फंसे हजारों यात्रियों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है।
डीएम ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी प्रशांत आर्या और एसपी सरिता डोबाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान की समीक्षा की। भू-वैज्ञानिकों को मार्ग का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। भूस्खलन प्रभावित स्थान खाई के समीप है, जिससे रेस्क्यू अत्यंत चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से सतर्कता बरतने और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।