लखनऊ में एक दर्दनाक हादसे में 27 वर्षीय युवक आशीष की ब्लूटूथ नेकबैंड में ब्लास्ट होने से मौत हो गई। इंदिरा नगर सेक्टर 17 निवासी आशीष मंगलवार रात करीब 11:30 बजे छत पर टहलते हुए अपने नेकबैंड के जरिए फोन पर बात कर रहा था। इसी दौरान अचानक डिवाइस में जोरदार धमाका हुआ, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। परिवार वालों ने उसे गंभीर हालत में राम मनोहर लोहिया संस्थान पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आशीष के परिजनों और पड़ोसियों के मुताबिक, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि घर के सदस्य घबरा गए। जब उसकी मां और बहन उसे ढूंढने छत पर पहुंचीं, तो आशीष बेहोश पड़ा था। उसका शरीर बुरी तरह जल चुका था, खासकर सीने, पेट और दाहिने पैर की खाल उधड़ गई थी। गले से पिघला हुआ ब्लूटूथ नेकबैंड लटक रहा था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है। यह पहली बार नहीं है जब ब्लूटूथ डिवाइस में ब्लास्ट से किसी की जान गई हो। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां सस्ते और घटिया क्वालिटी के वायरलेस ईयरफोन और नेकबैंड फटने से लोग घायल हुए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर लोकल और सस्ते ब्लूटूथ गैजेट्स की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बाजार में बिना किसी सुरक्षा मानकों के सस्ते ईयरफोन, ईयरबड और नेकबैंड बेचे जा रहे हैं, जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि खराब क्वालिटी की बैटरी और चार्जिंग सिस्टम की वजह से ऐसे हादसे हो सकते हैं। उपभोक्ताओं को ऐसे प्रोडक्ट खरीदते समय सतर्क रहना चाहिए और सस्ते के चक्कर में अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करना चाहिए।