भाजपा सांसदों ने कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राष्ट्रपति के खिलाफ ‘अपमानजनक और निंदनीय’ शब्दों का उपयोग किया, जिससे ‘सर्वोच्च पद की गरिमा को कम करने’ का प्रयास किया गया। इसी के साथ भाजपा सांसदों ने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग
भाजपा सांसदों ने नोटिस में कहा कि सोनिया गांधी द्वारा हाल ही में की गई असंसदीय और अपमानजनक टिप्पणियों पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। भाजपा सांसदों ने इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति को ज्ञापन सौंपा गया
इस मामले में भाजपा के आदिवासी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति को ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आदिवासी सांसदों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। लोकसभा में पप्पू यादव द्वारा राष्ट्रपति के अभिभाषण को ‘प्रेम पत्र’ कहने पर भी भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई। इसके अलावा, सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति के लिए ‘बेचारी महिला’ और ‘थकी हुई’ जैसे शब्दों के उपयोग को लेकर राज्यसभा सभापति को पत्र सौंपा गया। राज्यसभा सभापति ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
सोनिया गांधी और पप्पू यादव के विवादित बयान
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने पत्रकारों से कहा था कि “वह अपने संबोधन के आखिर तक थक गई थीं और बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।” वहीं, पप्पू यादव ने राष्ट्रपति को ‘सिर्फ एक स्टांप’ बताते हुए कहा था कि उन्हें केवल ‘लव लेटर’ पढ़ना है। भाजपा ने इन टिप्पणियों को राष्ट्रपति पद का अपमान बताया और इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।